जबलपुर के मशहूर ऑटो डीलर खटवानी मोटर्स पर अपहरण और धोखाधड़ी के बेहद गंभीर आरोप लगे हैं। कंपनी की सिहोरा ब्रांच के मैनेजर अमित बैरागी बीते 29 जून 2025 से रहस्यमय तरीके से लापता हैं। अमित के परिजनों ने सीधे तौर पर शोरूम के मालिक पर अपहरण करवाने का संगीन आरोप लगाया है। यह पूरा मामला MG Hector सहित अन्य गाड़ियों के बड़े पैमाने पर फर्जी RTO रजिस्ट्रेशन और कंपनी के भीतर के गंभीर घोटालों से जुड़ा बताया जा रहा है, जिससे ऑटोमोबाइल सेक्टर में भूचाल आ सकता है।
मैनेजर 27 लाख रुपये कैश और MG हेक्टर कार सहित लापता: पूरी कहानी

लापता मैनेजर अमित बैरागी 29 जून को कंपनी का करीब ₹27 लाख रुपये का कलेक्शन और एक MG Hector कार (DL10BR7155) लेकर सिहोरा से जबलपुर की ओर आ रहे थे, तभी यह वारदात हुई। परिवार ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दी अपनी शिकायत में बताया है कि जबलपुर से कुछ दूरी पर, अमित की गाड़ी को कुछ लोगों ने जबरन रोका।
आरोप है कि 6-7 गुंडों ने मिलकर दिनदहाड़े अमित का अपहरण कर लिया और कलेक्शन का सारा कैश भी लूट लिया। इस घटना के बाद से अमित बैरागी और उनकी गाड़ी का कोई सुराग नहीं मिल पाया है, जिससे परिवार गहरे सदमे में है।
MG Hector सहित गाड़ियों के RTO फर्जीवाड़े का खुलासा करने पर मिली थी जान से मारने की धमकी
अमित के जीजा ने पुलिस को बताया है कि खटवानी मोटर्स कंपनी के भीतर बड़े-बड़े घोटाले चल रहे थे, जिनकी पूरी जानकारी अमित बैरागी को थी। यह आरोप बेहद संगीन हैं:
- फर्जी रजिस्ट्रेशन: कंपनी पुरानी, एक्सीडेंटल या चोरी की गाड़ियों को बेहद कम दाम में खरीदती थी।
- दस्तावेजों में हेरफेर: इन गाड़ियों के RTO रजिस्ट्रेशन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए बदल दिया जाता था, जिनमें खास तौर पर MG Hector जैसी महंगी गाड़ियां भी शामिल थीं।
- धोखाधड़ी: इसके बाद इन गाड़ियों को ग्राहकों को बिल्कुल नई गाड़ी बताकर महंगे दामों में बेच दिया जाता था।
अमित इन घोटालों का पर्दाफाश करने की कोशिश कर रहे थे, जिसके चलते उन्हें कई बार सीधी जान से मारने की धमकी दी गई थी। उनके जीजा ने स्पष्ट बताया कि अमित को यह चेतावनी दी गई थी कि अगर उसने मुंह खोला या किसी को भी इन घोटालों के बारे में बताया, तो उसे जान से मार दिया जाएगा।
बड़ा पेमेंट विवाद बना गायब होने की वजह? सेल्स कंसलटेंट का चौंकाने वाला खुलासा
मामले को और भी उलझाने वाला एक नया खुलासा हुआ है। कंपनी के ही एक सेल्स कंसलटेंट ने बताया है कि अमित बैरागी को जबलपुर ब्रांच में एक बड़े पेमेंट ट्रांजेक्शन के सिलसिले में बुलाया गया था। कंसलटेंट के मुताबिक, अमित ने वह भुगतान जमा कर दिया था, लेकिन कंपनी इस बात को मानने से इनकार कर रही थी कि वह पैसा उनके पास पहुँचा है।
इसी भुगतान विवाद के बाद से अमित बैरागी बेहद परेशान रहने लगे थे और उन्होंने यह नौकरी छोड़ने का मन बना लिया था। यह विवाद ही उनके लापता होने की एक बड़ी वजह माना जा रहा है।
पुलिस जांच जारी, परिवार बेचैन
अमित बैरागी के रहस्यमय ढंग से लापता होने के बाद उनके परिवार में अत्यधिक बेचैनी और डर का माहौल है। परिजनों ने तुरंत पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें अपहरण और एक बड़ी साजिश के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच टीमें गठित कर दी हैं। हालांकि, अभी तक न तो अमित के फोन की कोई लोकेशन मिल पाई है और न ही उनकी गाड़ी का कोई निशान। इस घटना ने जबलपुर के ऑटोमोबाइल डीलरशिप के कारोबार में एक बड़ा भूचाल ला दिया है और शहर में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।