जबलपुर के बहोरा बाग क्षेत्र में चल रही एक अवैध बकरा मंडी ने स्थानीय निवासियों और व्यापारियों का जीना मुहाल कर दिया है। मंगलवार को पूरी सड़क अवरुद्ध होने से चरमराती यातायात व्यवस्था, हर तरफ फैली गंदगी और दबंगों द्वारा दी जाने वाली धमकियों से परेशान होकर अब आम जनता ने नगर निगम प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि इस अवैध मंडी के खिलाफ पहले भी कई बार शिकायतें की गई हैं, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
अवैध मंडी का सालों पुराना दर्द: शिकायतें अनसुनी, धमकियां जारी
शिकायतकर्ता बिलाल मुदस्सिर मंसूरी ने बताया कि बहोरा बाग में यह अवैध बकरा मंडी आसपास के कुछ रहवासी लोगों द्वारा चलाई जा रही है। उन्होंने 18 नवंबर 2018 को ही हनुमानताल थाना प्रभारी को इस समस्या के संबंध में मौखिक और लिखित शिकायत दी थी, लेकिन इतने सालों बाद भी कोई स्पष्टीकरण या कार्रवाई नहीं हुई। मंसूरी का आरोप है कि जब व्यापारियों और अन्य रहवासी लोगों द्वारा इस अवैध गतिविधि को रोकने का प्रयास किया जाता है, तो उन्हें बलपूर्वक धमकियां दी जाती हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी गोहलपुर और हनुमानताल थानों में इस संबंध में प्रतिवेदन दिए जा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आज वे नगर निगम पहुंचे हैं और नगर निगम के एसडीएम से जल्द से जल्द इस अवैध मंडी को बंद करने का निवेदन किया है। मंसूरी ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि इस बार भी कार्रवाई नहीं होती है, तो वे न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा पहले भी जारी की गई गाइडलाइंस का पालन न होने पर भी चिंता व्यक्त की।
नगर निगम ने दिया जांच और कार्रवाई का आश्वासन
नगर निगम अधिकारी अंकिता जैन ने इस गंभीर शिकायत पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि बहोरा बाग में कॉमर्शियल गतिविधि के रूप में बकरा बाजार लगाया जा रहा है। उन्होंने आश्वस्त किया कि यदि यह अतिक्रमण है या अवैध रूप से लगाया जा रहा है, तो जांच के बाद इसे हटवाने की आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। अधिकारी के इस आश्वासन से स्थानीय निवासियों को कुछ उम्मीद जगी है।
अवैध बकरा बाजार से उत्पन्न प्रमुख समस्याएं: जीवन हुआ मुश्किल
इस अवैध बकरा बाजार ने बहोरा बाग और आसपास के क्षेत्रों में कई गंभीर समस्याएं पैदा कर दी हैं, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है:
- यातायात का चरमराना: खासकर मंगलवार को, बकरा मंडी के कारण पूरी सड़क अवरुद्ध हो जाती है, जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प पड़ जाती है। लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में घंटों लगते हैं।
- आपातकालीन सेवाओं का जोखिम: सड़कों पर भीड़ और जाम के कारण आपातकालीन सेवाओं, जैसे एम्बुलेंस या फायर ब्रिगेड, के लिए भी गुजरना बेहद मुश्किल हो जाता है, जिससे गंभीर खतरा उत्पन्न होता है। स्कूल जाने वाले बच्चों को भी रोजाना परेशानी झेलनी पड़ती है।
- गंदगी और बीमारियां: बाजार से निकलने वाला कचरा, गंदगी और पशु अपशिष्ट पूरे क्षेत्र में फैल जाता है, जिससे अस्वच्छता और संक्रामक बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है।
- कानून-व्यवस्था की चुनौती: अनियंत्रित भीड़ और अतिक्रमण से कानून-व्यवस्था बनाए रखने में भी पुलिस और प्रशासन को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
आम जनता, बहोरा बाग मार्केट परिसर और आसपास के दुकानदार, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के मालिक और स्थानीय निवासियों ने एकजुट होकर नगर निगम प्रशासन से इस गंभीर समस्या पर तत्काल ध्यान देने और इस अवैध बकरा बाजार को किसी अन्य, उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरित करने की मांग की है। उन्हें उम्मीद है कि इस बार उनकी शिकायतों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और ठोस कदम उठाए जाएंगे ताकि क्षेत्र में सामान्य स्थिति और शांति बहाल हो सके।