जबलपुर/कुशीनगर, 28 जून, 2025: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के मझौली स्थित पड़वार गांव के अतिथि शिक्षक और किसान इंदर कुमार तिवारी (45) की उत्तर प्रदेश में एक धोखाधड़ी गैंग ने बेरहमी से हत्या कर दी है। इस सनसनीखेज हत्याकांड के तार कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज के एक वायरल वीडियो से जुड़े हैं, जिसमें इंदर कुमार तिवारी ने मंच से अपनी शादी और 18 एकड़ जमीन के बारे में सवाल पूछा था। पुलिस का मानना है कि इसी वायरल वीडियो ने उन्हें अपराधियों का आसान निशाना बना दिया।
‘शादी कब होगी?’ सवाल बना मौत का बुलावा
कुछ समय पहले कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज की कथा के दौरान मंच से इंदर कुमार तिवारी ने अपनी शादी और उत्तराधिकार को लेकर सवाल किया था। उन्होंने मंच पर सार्वजनिक रूप से बताया था कि उनके पास 18 एकड़ जमीन है और उनका कोई वारिस नहीं है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और पुलिस को आशंका है कि इसी वीडियो के माध्यम से एक शातिर ठग गिरोह को इंदर कुमार की संपत्ति का पता चला और उन्होंने उसे अपना शिकार बनाने की योजना बनाई।

विवाह का लालच और साजिश का जाल
इंदर कुमार तिवारी ने अपने परिवार को बताया था कि उनकी शादी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर की एक लड़की ‘खुशी’ से तय हो गई है। 30 मई को वह इसी ‘खुशी’ से मिलने और शादी करने के लिए घर से निकले थे। अपनी शादी के खर्चों के लिए उन्होंने अपनी एक एकड़ जमीन भी गिरवी रखकर लगभग 1.5 लाख रुपये जुटाए थे और गहने खरीदे थे।
पुलिस जांच में सामने आया है कि इंदर कुमार तिवारी की हत्या 6 जून को ही कुशीनगर के हाटा इलाके में कर दी गई थी। उनका शव 27 जून को कुशीनगर में मिला, जिसे पुलिस ने पहले लावारिस समझकर दफना दिया था।
लापता होने से हत्याकांड तक का घटनाक्रम
इंदर कुमार तिवारी का फोन 5 जून के बाद से बंद आने लगा, जिससे परिवार चिंतित हो गया। 8 जून को उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इस बीच, 9 जून को एक संदिग्ध व्यक्ति जबलपुर स्थित उनके घर पर कुछ खोजने पहुंचा था, लेकिन ग्रामीणों के शोर मचाने पर वह भाग गया। इस घटना ने पुलिस का शक गहरा दिया था।
पुलिस जांच और एक गिरफ्तारी
कुशीनगर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की और इस मामले में कौशल गौड़ नामक एक व्यक्ति को कुशीनगर से गिरफ्तार किया है। पुलिस की शुरुआती जांच से पता चला है कि यह एक सुनियोजित साजिश थी। गिरोह ने इंदर कुमार तिवारी को विवाह का झांसा देकर फंसाया, उनसे नकदी और जेवर लूटे और फिर उनकी हत्या कर शव को ठिकाने लगा दिया।
पुलिस अब इस बात की गहनता से जांच कर रही है कि क्या यह कोई बड़ा और संगठित गिरोह है जो सोशल मीडिया पर उपलब्ध व्यक्तिगत जानकारी का इस्तेमाल कर ऐसे कमजोर और अकेले व्यक्तियों को निशाना बनाता है। यह घटना सोशल मीडिया पर निजी जानकारी साझा करने के संभावित खतरों और उसके गंभीर परिणामों की ओर एक बड़ी चेतावनी है।